1 | ॐ ओङ्काररूपाय नमः । |
2 | ॐ ओङ्कारगृहकर्पूरदीपकाय नमः । |
3 | ॐ ओङ्कारशैलपश्चास्याय नमः । |
4 | ॐ ओङ्कारसुमहत्पदाय नमः । |
5 | ॐ ओङ्कारपञ्जरशुकाय नमः । |
6 | ॐ ओङ्कारोद्यानकोकिलाय नमः । |
7 | ॐ ओङ्कारवनमायुराय नमः । |
8 | ॐ ओङ्कारकमलाकराय नमः । |
9 | ॐ ओङ्कारकूटनिलयाय नमः । |
10 | ॐ ओङ्कारतरुपल्लवाय नमः । |
11 | ॐ ओङ्कार चक्रमध्यस्थाय नमः । |
12 | ॐ ओङ्कारेश्वरपूजिताय नमः । |
13 | ॐ ओङ्कारपदसंवेद्याय नमः । |
14 | ॐ नन्दीशाय नमः । |
15 | ॐ नन्दिवाहनाय नमः । |
16 | ॐ नारायणाय नमः । |
17 | ॐ नराधाराय नमः । |
18 | ॐ नारीमानसमोहनाय नमः । |
19 | ॐ नान्दीश्राद्धप्रियाय नमः । |
20 | ॐ नाट्यतत्पराय नमः । |
21 | ॐ नारदप्रियाय नमः । |
22 | ॐ नानाशास्ररहस्यज्ञाय नमः । |
23 | ॐ नदीपुलिनसंस्थिताय नमः । |
24 | ॐ नम्राय नमः । |
25 | ॐ नम्रप्रियाय नमः । |
26 | ॐ नागभूषणाय नमः । |
27 | ॐ मोहिनीप्रियाय नमः । |
28 | ॐ महामान्याय नमः । |
29 | ॐ महादेवाय नमः । |
30 | ॐ महाताण्डवपण्डिताय नमः । |
31 | ॐ माधवाय नमः । |
32 | ॐ मधुरालापाय नमः । |
33 | ॐ मीनाक्षीनायकाय नमः । |
34 | ॐ मुनये नमः । |
35 | ॐ मधुपुष्पप्रियाय नमः । |
36 | ॐ मानिने नमः । |
37 | ॐ माननीयाय नमः । |
38 | ॐ मतिप्रियाय नमः । |
39 | ॐ महायज्ञप्रियाय नमः । |
40 | ॐ भक्ताय नमः । |
41 | ॐ भक्तकल्पमहातरवे नमः । |
42 | ॐ भूतिदाय नमः । |
43 | ॐ भगवते ॥ |
44 | ॐ भक्तवत्सलाय नमः । |
45 | ॐ भवभैरवाय नमः । |
46 | ॐ भवाब्धितरणीपायाय नमः । |
47 | ॐ भाववेद्याय नमः । |
48 | ॐ भवापहाय नमः । |
49 | ॐ भवानीवल्लभाय नमः । |
50 | ॐ भानवे नमः । |
51 | ॐ भूतिभूषितविग्रहाय नमः । |
52 | ॐ गणाधिपाय नमः । |
53 | ॐ गणाराध्याय नमः । |
54 | ॐ गम्भीर नमः । |
55 | ॐ गणभृते नमः । |
56 | ॐ गुरवे नमः । |
57 | ॐ गानप्रियाय नमः । |
58 | ॐ गुणाधाराय नमः । |
59 | ॐ गौरीमानसमोहनाय नमः । |
60 | ॐ गोपालपूजिताय नमः । |
61 | ॐ गोप्त्रे नमः । |
62 | ॐ गौराङ्गाय नमः । |
63 | ॐ गिरिशाय नमः । |
64 | ॐ गुहाय नमः । |
65 | ॐ वरिष्ठाय नमः । |
66 | ॐ वीर्यवते नमः । |
67 | ॐ विदुषे नमः । |
68 | ॐ विद्याधाराय नमः । |
69 | ॐ वनप्रियाय नमः । |
70 | ॐ बसन्तपुष्परुचिरमालालङ्कृतमूर्धजाय नमः । |
71 | ॐ विद्वत्प्रियाय नमः । |
72 | ॐ वीतिहोत्राय नमः । |
73 | ॐ विश्वामित्रवरप्रदाय नमः । |
74 | ॐ वाक्पतये नमः । |
75 | ॐ वरदाय नमः । |
76 | ॐ वायवे नमः । |
77 | ॐ वाराहीहृदयङ्गमाय नमः । |
78 | ॐ तेजःप्रदाय नमः । |
79 | ॐ तन्त्रमयाय नमः । |
80 | ॐ तारकासुरसङ्घहृते नमः । |
81 | ॐ ताटकान्तकसम्पूज्याय नमः । |
82 | ॐ तारकाधिपभूषणाय नमः । |
83 | ॐ त्रैयम्बकाय नमः । |
84 | ॐ त्रिकालज्ञाय नमः । |
85 | ॐ तुषाराचलमन्दिराय नमः । |
86 | ॐ तपनाग्निशशाङ्काक्षाय ॥ |
87 | ॐ तीर्थाटनपरायणाय नमः । |
88 | ॐ त्रिपुण्ड्रविलसत्भालफलकाय नमः । |
89 | ॐ तरुणाय नमः । |
90 | ॐ तरवे नमः । |
91 | ॐ दयालवे नमः । |
92 | ॐ दक्षिणामूर्तये नमः । |
93 | ॐ दानवान्तकपूजिताय नमः । |
94 | ॐ दारिद्रचनाशकाय नमः । |
95 | ॐ दीनरक्षकाय नमः । |
96 | ॐ दिव्यलोचनाय नमः । |
97 | ॐ दिव्यरत्नसमाकीर्णकण्ठाभरणभूषिताय नमः । |
98 | ॐ दुष्टराक्षसदर्पघ्नाय नमः । |
99 | ॐ दुराराध्याय नमः । |
100 | ॐ दिगम्बराय नमः । |
101 | ॐ दिक्पालकसमाराध्यचरणाय नमः । |
102 | ॐ दीनवल्लभाय नमः । |
103 | ॐ दम्भाचारहराय नमः । |
104 | ॐ क्षिप्रकारिणे नमः । |
105 | ॐ क्षत्रियपूजिताय नमः । |
106 | ॐ क्षेत्रज्ञाय नमः । |
107 | ॐ क्षामरहिताय नमः । |
108 | ॐ क्षौमाम्बरविभूषिताय नमः । |
109 | ॐ क्षेत्रपालार्चिताय नमः । |
110 | ॐ क्षेमकारिणे नमः । |
111 | ॐ क्षीरोपमाकृतये नमः । |
112 | ॐ क्षीराब्धिजामनोनाथपूजिताय नमः । |
113 | ॐ क्षयरोगहृते नमः । |
114 | ॐ क्षपाकरधराय नमः । |
115 | ॐ क्षोभवर्जिताय नमः । |
116 | ॐ क्षितिसौख्यदाय नमः । |
117 | ॐ नानारूपधराय नमः । |
118 | ॐ नामरहिताय नमः । |
119 | ॐ नादतत्पराय नमः । |
120 | ॐ नरनाथप्रियाय नमः । |
121 | ॐ नग्नाय नमः । |
122 | ॐ नानालोकसमर्चिताय नमः । |
123 | ॐ नौकारूढाय नमः । |
124 | ॐ नदीभर्त्रे नमः । |
125 | ॐ निगमाश्चाय नमः । |
126 | ॐ निरञ्जनाय नमः । |
127 | ॐ नानाजिनधराय नमः । |
128 | ॐ नीललोहिताय नमः । |
129 | ॐ नित्ययौवनाय नमः । |
130 | ॐ मूलाधारादिचक्रस्थाय नमः । |
131 | ॐ महादेवीमनोहराय नमः । |
132 | ॐ माधवार्चितपादाब्जाय नमः । |
133 | ॐ माख्यपुष्पार्चनप्रियाय नमः । |
134 | ॐ मन्मथान्तकराय नमः । |
135 | ॐ मित्रमहामण्डलसंस्थिताय नमः । |
136 | ॐ मित्रप्रियाय नमः । |
137 | ॐ मित्रदन्तहराय नमः । |
138 | ॐ मङ्गलवर्धनाय नमः । |
139 | ॐ मन्मथानेकधिकारिलावण्याञ्चितविग्रहाय नमः । |
140 | ॐ मित्रेन्दुकृत चक्राढयमेदिनी रथनायकाय नमः । |
141 | ॐ मधुवैरिणे नमः । |
142 | ॐ महाबाणाय नमः । |
143 | ॐ मन्दराचलमन्दिराय नमः । |
144 | ॐ तन्वीसहायाय नमः । |
145 | ॐ त्रैलोक्यमोइनास्त्रकलामयाय नमः । |
146 | ॐ त्रिकालज्ञानसम्पन्नाय नमः । |
147 | ॐ त्रिकालज्ञानदायकाय नमः । |
148 | ॐ त्रयीनिपुणसंसेव्याय नमः । |
149 | ॐ त्रिशक्तिपरिसेविताय नमः । |
150 | ॐ त्रिणेत्राय नमः । |
151 | ॐ तीर्थफलकाय नमः । |
152 | ॐ तन्त्रमार्गप्रवर्तकाय नमः । |
153 | ॐ तृप्तिप्रदाय नमः । |
154 | ॐ तन्त्रयन्त्रमन्त्रतत्परसेविताय नमः । |
155 | ॐ त्रयीशिखामयाय नमः । |
156 | ॐ यक्षकिन्नराधमरार्चिताय नमः । |
157 | ॐ यमबाधाहराय नमः । |
158 | ॐ यज्ञनायकाय नमः । |
159 | ॐ यज्ञमूर्तिभृते नमः । |
160 | ॐ यज्ञेशाय नमः । |
161 | ॐ यज्ञकर्त्रे नमः । |
162 | ॐ यज्ञविघ्नविनाशनाय नमः । |
163 | ॐ यज्ञकर्मफलाध्याक्षाय नमः । |
164 | ॐ यज्ञभोक्त्रे नमः । |
165 | ॐ युगावहाय नमः । |
166 | ॐ युगाधीशाय नमः । |
167 | ॐ यदुपतिसेविताय नमः । |
168 | ॐ महदाश्रयाय नमः । |
169 | ॐ माणिक्यकङ्णकराय नमः । |
170 | ॐ मुक्ताहारविभूषिताय नमः । |
171 | ॐ मणिमञ्जीरचरणाय नमः । |
172 | ॐ मलयाचलनायकाय नमः । |
173 | ॐ मृत्युञ्जयाय नमः । |
174 | ॐ मृत्तिकराय नमः । |
175 | ॐ मुदिताय नमः । |
176 | ॐ मुनिसत्तमाय नमः । |
177 | ॐ मोहिनीनायकाय नमः । |
178 | ॐ मायापत्यै नमः । |
179 | ॐ मोहनरूपधृते नमः । |
180 | ॐ हरिप्रियाय नमः । |
181 | ॐ हविष्याशाय नमः । |
182 | ॐ हरिमानसगोचराय नमः । |
183 | ॐ हराय नमः । |
184 | ॐ हर्षप्रदाय नमः । |
185 | ॐ हालाहलभोजनतत्पराय नमः । |
186 | ॐ हरिध्वजसमाराध्याय नमः । |
187 | ॐ हरिब्रह्मेन्द्रपूजिताय नमः । |
188 | ॐ हारीतवरदाय नमः । |
189 | ॐ हासजितराक्षससंहतये नमः । |
190 | ॐ हृत्पुण्डरीकनिलयाय नमः । |
191 | ॐ हतभक्तविपद्गणाय नमः । |
192 | ॐ मेरुशैलकृतावासाय नमः । |
193 | ॐ मन्त्रिणीपरिसेविताय नमः । |
194 | ॐ मन्त्रज्ञाय नमः । |
195 | ॐ मन्त्रतत्वार्थपरिज्ञानिने नमः । |
196 | ॐ मदालसाय नमः । |
197 | ॐ महादेवीसमाराध्यदिव्यपादुकरञ्जिताय नमः । |
198 | ॐ मन्त्रात्मकाय नमः । |
199 | ॐ मन्त्रमयाय नमः । |
200 | ॐ महालक्ष्मीसमर्चिताय नमः । |
201 | ॐ महाभूतमयाय नमः । |
202 | ॐ मायापूजिताय नमः । |
203 | ॐ मधुरस्वनाय नमः । |
204 | ॐ धाराधरोपमगलाय नमः । |
205 | ॐ धरास्यन्दनसंस्थिताय नमः । |
206 | ॐ ध्रुवसम्पूजिताय नमः । |
207 | ॐ धात्रीनाथभक्तवरप्रदाय नमः । |
208 | ॐ ध्यानगम्याय नमः । |
209 | ॐ ध्याननिष्ठहृत्पद्मान्तरपूजिताय नमः । |
210 | ॐ धर्माधीनाय नमः । |
211 | ॐ धर्मरताय नमः । |
212 | ॐ धनदाय धनदप्रियाय नमः । |
213 | ॐ घनाध्यक्षार्चनप्रीताय नमः । |
214 | ॐ धीरविद्वज्जनाश्रयाय नमः । |
215 | ॐ प्रणवाक्षरमध्यस्थाय नमः । |
216 | ॐ प्रभवे नमः । |
217 | ॐ पौराणिकोत्तमाय नमः । |
218 | ॐ पद्मालयापतिनुताय नमः । |
219 | ॐ परस्त्रीविमुखप्रियाय नमः । |
220 | ॐ पञ्चब्रह्ममयाय नमः । |
221 | ॐ पञ्चमुखाय नमः । |
222 | ॐ परमपावनाय नमः । |
223 | ॐ पञ्चबाणप्रमथनाय नमः । |
224 | ॐ पुरारातये नमः । |
225 | ॐ परात्पराय नमः । |
226 | ॐ पुराणन्यायमीमांसधर्मशास्त्र प्रवर्तकाय नमः । |
227 | ॐ ज्ञानप्रदाय नमः । |
228 | ॐ ज्ञानगम्याय नमः । |
229 | ॐ ज्ञानतत्परपूजिताय नमः । |
230 | ॐ ज्ञानवेद्याय नमः । |
231 | ॐ ज्ञातिहीनाय नमः । |
232 | ॐ ज्ञेयमूर्तिस्वरूपधृते नमः । |
233 | ॐ ज्ञानदात्रे नमः । |
234 | ॐ ज्ञानशीलाय नमः । |
235 | ॐ ज्ञानवैराग्यसंयुताय नमः । |
236 | ॐ ज्ञानमुद्राश्चितकराय नमः । |
237 | ॐ ज्ञातमन्त्रकदम्बकाय नमः । |
238 | ॐ ज्ञानवैराग्यसम्पन्नवरदाय नमः । |
239 | ॐ प्रकृतिप्रियाय नमः । |
240 | ॐ पद्मासनसमाराध्याय नमः । |
241 | ॐ पद्मपत्रायतेक्षणाय नमः । |
242 | ॐ परस्मै ज्योतिषे नमः । |
243 | ॐ परस्मै धाम्ने नमः । |
244 | ॐ प्रधानपुरुषाय नमः । |
245 | ॐ परस्मै नमः । |
246 | ॐ प्रावृड्विवर्धनाय नमः । |
247 | ॐ प्रावृण्णिधये नमः । |
248 | ॐ प्रावृट्खगेश्वराय नमः । |
249 | ॐ पिनाकपाणये नमः । |
250 | ॐ पक्षीन्द्रवाहनाराध्यपादुकाय नमः । |
251 | ॐ यजमानप्रियाय नमः । |
252 | ॐ यज्ञपतये नमः । |
253 | ॐ यज्ञफलप्रदाय नमः । |
254 | ॐ यागाराध्याय नमः । |
255 | ॐ योगगम्याय नमः । |
256 | ॐ यमपीडाहराय नमः । |
257 | ॐ पतये नमः । |
258 | ॐ यातायातादिरहिताय नमः । |
259 | ॐ यतिधर्मपरायणाय नमः । |
260 | ॐ यादोनिधये नमः । |
261 | ॐ यादवेन्द्राय नमः । |
262 | ॐ यक्षकिन्नरसेविताय नमः । |
263 | ॐ छन्दोमयाय नमः । |
264 | ॐ छत्रपतये नमः । |
265 | ॐ छत्रपालनतत्पराय नमः । |
266 | ॐ छन्दः |
267 | ॐ शास्त्रादिनिपुणाय नमः । |
268 | ॐ छान्दोग्यपरिपूरिताय नमः । |
269 | ॐ छिनाप्रियाय नमः । |
270 | ॐ छत्रहस्ताय नमः । |
271 | ॐ छिन्नामन्त्रजपप्रियाय नमः । |
272 | ॐ छायापतये नमः । |
273 | ॐ छद्मगारये नमः । |
274 | ॐ छलजात्यादिदूरगाय नमः । |
275 | ॐ छाद्यमानमहाभूतपञ्चकाय नमः । |
276 | ॐ स्वादु तत्पराय नमः । |
277 | ॐ सुराराध्याय नमः । |
278 | ॐ सुरपतये नमः । |
279 | ॐ सुन्दराय नमः । |
280 | ॐ सुन्दरीप्रियाय नमः । |
281 | ॐ सुमुखाय नमः । |
282 | ॐ सुभगाय नमः । |
283 | ॐ सौम्याय नमः । |
284 | ॐ सिद्धमार्गप्रवर्तकाय नमः । |
285 | ॐ सर्वशास्त्ररहस्यज्ञाय नमः । |
286 | ॐ सोमाय नमः । |
287 | ॐ सोमविभूषणाय नमः । |
288 | ॐ हाटकाभजटाजूटाय नमः । |
289 | ॐ हाटकाय नमः । |
290 | ॐ हाटकप्रियाय नमः । |
291 | ॐ हरिद्राकुङ्कुमोपेतदिव्यगन्धप्रियाय नमः । |
292 | ॐ हरये नमः । |
293 | ॐ हाटकाभरणोपेतरुद्राक्षकृतभूषणाय नमः । |
294 | ॐ हैह्येशाय नमः । |
295 | ॐ हतरिपवे नमः । |
296 | ॐ हरिमानसतोषणाय नमः । |
297 | ॐ हयग्रीवसमाराध्याय नमः । |
298 | ॐ हयग्रीववरप्रदाय नमः । |
299 | ॐ हारायितमहाभक्त सुरनाथमहोहराय नमः । |
300 | ॐ दक्षिणामूर्तये नमः । |